Hindi Poem For Class 2 : दोस्त हिंदी की कविता क्लास 2 के लिए जो याद रखने में काफी आसान है .
Hindi Poem For Class 2 Competition

बिल्ली को हुआ बुखार
बिल्ली बोली – मुझको हुआ बुखार,
चूहा चाचा, करो कुछ उपचार
हाल मेरा बड़ा बेहाल !
चूहा चाचा बोले – करता हूँ तेरा इलाज ,
होगा तुझे जल्दी आराम !!
बिल्ली बोली – चाचा जल्दी बता दवा,
नहीं तो तू नहीं बचा !!!
चूहा चाचा बोले – पेरासीटामोल खा ले हो जायेगा,
तेरा बुखार ठीक !!!
मेरी नानी
नानी मेरी नानी
सारे जग से सयानी।
रोज सुनाती कहानी
कभी राजा कभी रानी
उनको याद जुबानी।
जब भी कोई तंग करता
डांट लगाती पुरानी।।
काश हमारे भी पंख होते
काश हमारे भी पंख होते
पंछियों की तरह उड़ते,
काश हमारे पंख होते |
बस,कार, रेल, जहाज की जरूरत नहीं होती,
काश हमारे पंख होते |
मिनटों मे आसमाँ छू लेते,
काश हमारे पंख होते |
ना होता प्रकृति को नुकसान,
काश हमारे पंख होते |
क्या फिर भी होती कोई सीमाएं,
काश हमारे पंख होते |
काश हमारे पंख होते,
काश हमारे पंख होते !!
बिल्ली
बिल्ली चुपचाप दबे पांव आती
बिल्ली खुला दूध पी जाती
बिल्ली खतरा सुन करती म्याऊं म्याऊं और भाग जाती है
धरती मां
धरती जीवन देती दुख हर लेती यह धरती मां
अपनी ममता से खुशियां देती यह धरती मां
संपूर्ण सृष्टि का सजीव इतिहास यह धरती मां ला
चार या कर्मवीर की शरण भूमि यह धरती मां।
खेल तन मन की शुद्धि
खेल तन मन की शुद्धि करता
खेल हो अपना या पराया कराता
सबसे मेल है सहज और सरल बहुत खेलना कोई खेल आसान
हर मुश्किल होगी जीवन जब हो जाएगा खेल।
व्यायाम
व्यायाम सुबह हो या शाम करना जरूर
व्यायाम बड़े या बुजुर्ग का सलाह व्
यायाम करो योगा या ध्यान है
सब व्यायाम शरीर का बल मन की ताकत का आधार व्यायाम ।
सूरज
सुबह सुबह सवेरे का सूरज सब को नींद से जगाता
सूरज से जग को मिलता उजियारा
अंधेरे के बाद जब आता सूरज
पंछी नदियां पहाड़ सब खिल उठता
जब आता सूरज दुनिया फिर से दौड़ लगाती जब आकर दस्तक देता सूरज।
मीठी बोली
मीठी बोली मीठी बोली मीठी बोली शहद से मीठा गुड़ की भेली मीठी बोली करती
काम होता जग में उसका नाम नहीं होता झगड़ा रगड़ा जब होता मीठी बोली का पहरा ।
मम्मी
मम्मी मेरी प्यारी
दुनिया से है न्यारी
पहनती है वह साड़ी
प्यार करती ढेर सारी।
पापा
पापा भी है प्यारे
दुनिया से न्यारे
मिठाइयां लाते सारे
प्यारे हो जो हमारे ।।
बिल्ली रानी
मेरी बिल्ली रानी है
लेकिन बड़ी सयानी है।
दिन भर घर में घूमती है
चूहों को भी मार भगाती है।
मम्मी जब दूध रखती है
झटपट आकर पीती है।।
फलों का राजा
आम है फलों का राजा
उसको खाते सब कोई ताजा
पापा जब भी बाजार जाते
ढेर सारे आम लाते
आम फल का राजा है
मैं पापा का राजा हूं
छोटा सा हूं, मोटा सा हूं
गोदी में सबके खेलता हूं।
Hindi poem for class 1, 2 and 3 students
तितली
तितली होती रंग – बिरंगी
फूलों पर घूमती डाली – डाली।
कोई लाल, कोई हरी, होती कोई काली।
इतना कोमल इतना सुंदर
सब बच्चों लगती प्यारी।
हाथ किसी के नहीं आती
घूमती दुनिया सारी।।
सावन
सावन जब आता है
खूब मजा आता है।
चारों ओर हरियाली होती
पेड़ों पर खुशियाली होती।
दादुर, मोर, पपीहा गाते
मेंढक उछलकर नाच करते।
कोयल ऊंचे तान सुनाती
घूम – घूम कर सगुन बजाती। ।
प्यारी चिड़िया
ओ री प्यारी चिड़िया
तू कल क्यों नहीं आई।
पापा ने खाना रखा था
कहां चली गई थी ताई।
बच्चे भी तेरे नहीं आए
पापा तुझे रहे बुलाए।।