1000 Marathi Samanarthi Shabd - समानार्थी शब्द

Shweta K
By -
0

समानार्थी शब्द

● अनाथ = पोरका
● अनर्थ = संकट
● अपघात = दुर्घटना 
● अपेक्षाभंग = हिरमोड
● अभिवादन = नमस्कार, वंदन, प्रणाम 
● अभिनंदन = गौरव
● अभिमान = गर्व 
● अभिनेता = नट
● अरण्य = वन, जंगल, कानन  
● अवघड = कठीण
● अवचित = एकदम
● अवर्षण = दुष्काळ
● अविरत = सतत, अखंड
● अडचण = समस्या
● अभ्यास = सराव  
● अन्न = आहार, खाद्य 
● अग्नी = आग
● अचल = शांत, स्थिर
● अचंबा = आश्चर्य, नवल
● अतिथी = पाहुणा  
● अत्याचार = अन्याय
● अपराध = गुन्हा, दोष
● अपमान = मानभंग
● अपाय = इजा 
● अश्रू = आसू 
● अंबर = वस्त्र
● अमृत = पीयूष
● अहंकार = गर्व
● अंक = आकडा
● आई = माता, माय, जननी, माउली 
● आकाश = आभाळ, गगन, नभ, अंबर 
● आठवण = स्मरण, स्मृती, सय
● आठवडा = सप्ताह 
● आनंद = हर्ष
● आजारी = पीडित, रोगी 
● आयुष्य = जीवन, हयात
● आतुरता = उत्सुकता  
● आरोपी = गुन्हेगार, अपराधी 
● आश्चर्य = नवल, अचंबा
● आसन = बैठक
● आदर = मान  
● आवाज = ध्वनी, रव 
● आज्ञा = आदेश, हुकूम
● आपुलकी = जवळीकता 
● आपत्ती = संकट
● आरसा = दर्पण 
● आरंभ = सुरवात
● आशा = इच्छा
● आस = मनीषा
● आसक्ती = लोभ
● आशीर्वाद = शुभचिंतन 
● इलाज = उपाय
● इशारा = सूचना
● इंद्र = सुरेंद्र
● इहलोक = मृत्युलोक
● ईर्षा = चुरस  
● उत्सव = समारंभ, सण, सोहळा
● उक्ती = वचन 
● उशीर = विलंब
● उणीव = कमतरता
● उपवन = बगीचा
● उदर = पोट
● उदास = खिन्न
● उत्कर्ष = भरभराट
● उपद्रव = त्रास
● उपेक्षा = हेळसांड
● ऊर्जा = शक्ती
● ॠण = कर्ज 
● ॠतू = मोसम
● एकजूट = एकी, ऐक्य
● ऐश्वर्य = वैभव
● ऐट = रुबाब, डौल 
● ओझे = वजन, भार 
● ओढा = झरा, नाला 
● ओळख = परिचय
● औक्षण = ओवाळणे 
● अंत = शेवट 
● अंग = शरीर
● अंघोळ = स्नान 
● अंधार = काळोख, तिमिर
● अंगण = आवार
● अंगार = निखारा
● अंतरिक्ष = अवकाश 
● कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत 
● कठीण = अवघड 
● कविता = काव्य, पद्य 
● करमणूक = मनोरंजन
● कठोर = निर्दय
● कनक = सोने
● कटी = कंबर
● कमळ = पंकज
● कपाळ = ललाट
● कष्ट = श्रम, मेहनत 
● कंजूष = कृपण  
● काम = कार्य, काज
● काठ = किनारा, तीर, तट
● काळ = समय, वेळ, अवधी 
● कान = श्रवण
● कावळा = काक
● काष्ठ = लाकूड
● किल्ला = गड, दुर्ग 
● किमया = जादू 
● कार्य = काम 
● कारागृह = कैदखाना, तुरुंग
● कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती 
● कुतूहल = उत्सुकता
● कुटुंब = परिवार
● कुशल = हुशार, तरबेज   
● कुत्रा = श्वान  
● कुटी = झोपडी
● कुचंबणा = घुसमट
● कृपण = कंजूष
● कृश = हडकुळा
● कोवळीक = कोमलता
● कोठार = भांडार
● कोळिष्टक = जळमट
● खण = कप्पा  
● खडक = मोठा दगड, पाषाण
● खटाटोप = प्रयत्न
● खग = पक्षी
● खड्ग = तलवार
● खरेपणा = न्यायनीती 
● ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक 
● खात्री = विश्वास
●खाली जाणे = अधोगती  
● खिडकी = गवाक्ष
● खेडे = गाव, ग्राम  
● खोड्या = चेष्टा, मस्करी 
● गरज = आवश्यकता
● गवत = तृण 
● गर्व = अहंकार 
● गाय = धेनू, गोमाता
● गाणे = गीत, गान 
● गंमत = मौज, मजा
● गंध = वास, दरवळ
● ग्रंथ = पुस्तक  
● गाव = ग्राम, खेडे
● गुन्हा = अपराध
● गुलामी = दास्य 
● गोड = मधुर  
● गोणी = पोते 
● गोष्ट = कहाणी, कथा
● गौरव = सन्मान  
● ग्राहक = गिऱ्हाईक 
● घर = सदन, गृह, निकेतन, आलय 
● घरटे = खोपा
● घागर = घडा, मडके  
● घोडा = अश्व, हय, वारू 

टिप्पणी पोस्ट करा

0टिप्पण्या

टिप्पणी पोस्ट करा (0)